बालाघाट में मुख्यमंत्री के समक्ष 8 हथियारों सहित 10 नक्सलियों ने किया सरेंडर

By संजय शर्मा

3 hours ago

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बालाघाट में मुख्यमंत्री के समक्ष 8 हथियारों सहित 10 नक्सलियों ने किया सरेंडर

मध्यप्रदेश के बालाघाट में कान्हा भोरम देव दलम के 10 नक्सलियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादवव के समक्ष 8 हथियारों के साथ आत्मसमपर्ण कर दिया। सभी पर 2 करोड़ 36 लाख रूपये का ईनाम है। पुलिस लाईन में आयोजित कार्यक्रम में नक्सलियों द्वारा सरेंडर किया गया। जिसमें केबी डिवीजन के एसीएम कबीर के खिलाफ 62 लाख रूपये का ईनाम है। सभी नक्सलियों पर महाराष्ट्र छत्तीसगढ और मध्यप्रदेश सरकार की ओर से इनाम घोषित किया गया था।

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने इस समर्पण के दौरान पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों की सराहना करते हुये प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की ओर से दिये गये लक्ष्य की ओर बढ़ रहे मध्यप्रदेश के इस कदम को प्रभावी बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लाल आतंक या हथियार को किसी को उठाने या रखने नहीं देगें। जो भी शेष नक्सली है उनसे यही अपील है कि वह भी सरेंडर करे। यहां पर पुर्नवास नीति का उन्हें पूरा लाभ दिया जायेगा। बल्कि पुर्नवास नीति से बढ़कर लाभ देने का कार्य किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने उन नक्सलियों को चेताया कि जो सरेंडर नहीं करेगें उन्हें अपने खात्मा के लिये तैयार रहना है। हमने जो समय सीमा तय की है उसके तहत उन्हें खत्म कर दिया जायेगा।

बता देवें कि मध्य प्रदेश का बालाघाट जिला पिछले करीब 35 सालों से अर्थात 1990 से लाल आतंक से चर्चित रहा है, जो अब खत्म होने की कगार पर हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा नक्सलियों का आत्मसमर्पण बालाघाट में हुआ है। केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए एक डेडलाइन तय की थी जो, अब पूरी होती नजर आ रही है. केबी डिविजन यानी कान्हा भोरमदेव डिविजन के 10 नक्सलियो ने बीती रात वन विभाग खापा जोन के वनरक्षक गुलाब उईके के माध्यम से बालाघाट जोन के आईजी संजय सिंह के समक्ष पहुंचें थे। जिसके पश्चात मुख्यमंत्री की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित कर समपर्ण की पूरी प्रक्रिया सम्पन्न करायी गई। बालाघाट जिले में नक्सलवाद के ताबूत में इसे आखिरी कील माना जा रहा है. इसके पहले 1 नवंबर 2025 को को नक्सली सुनीता ओयाम ने सरेंडर किया था, जिसके बाद एक दुखद खबर भी आई थी, जहा एक एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान इंस्पेक्टर आशीष शर्मा की शहादत हुई थी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में अब बहुत कम नक्सली बचे है। जिनके जीवन की हम गारंटी लेते है लेकिन वे सरेंडर करें। यहां पर पुलिस फोर्स का दबाव,सरकार की जनकल्याण कारी नीति, बना है इसी के कारण यहां पर उन्होने सरेंडर किया है।बालाघाट का अधिकांश हिस्सा कान्हा का क्षेत्र रिक्त हो गया है और आगे बहुत अच्छे परिणाम आने की उम्मीद है।

कान्हा भोरम दल से जुड़े 10 नक्सलियों ने किया है सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 1 सुरेंद्र उर्फ कबीर एसजेडसीएम सचिव,2 राकेश ओड़ी एसजेडसीएम, 3 लालसू मरावी एसीएम,,4 विक्रम सिंह एसीएम, 5 समर उर्फ समारू एसीएम,6 शिल्पा एसीएम ,7 जय शीला एसीएम,8 सलिता एसीएम, 9 नवीन उर्फ हिडमा एसीएम, 10 जरीना एसीएम शामिल है। इन सभी 2 करोड़ 36 लाख रुपए के ईनाम है। नक्सलियों ने 8 हथियार भी डाले है। जिसमें मैग्जीन,वायरलेस सेट, ए के 47,इसांस रायफल, बंदूक शामिल है।

संजय शर्मा

पत्रकारिता में आठ वर्षों से ज्यादा का अनुभव। वर्तमान में RNVLive की दिल्ली-एनसीआर डेस्क पर बतौर चीफ सब एडिटर कार्यरत। राजनीति, अपराध और जनसरोकार से जुड़ी खबरों में दिलचस्पी रखते हैं। इससे पहले इनशॉर्ट्स न्यूज ऐप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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